यह साधारणतः तिकोना काँच का एक पात्र होता है | इसका उपयोग मुख्यतः तरल व रसायनों को मिलाने व गर्म करने के लिए किया जाता है |
विशेषताएँ
• साधारणतः निचला भाग त्रिभुजाकार आकृति वाला होता है
• ऊपरी भाग पतला व बेलनाकार होता है
क्षमताएँ
• सौम्य-ऊष्मा तथा रसायनों का प्रभाव सहन करने में सक्षम
विशेष-विवरण
• साधारणतः काँच/शीशे से निर्मित होता है
• अर्लेनमेयर फ्लास्क भी कहा जाता है